THE BASIC PRINCIPLES OF HANUMAN MOHINI MANTRA

The Basic Principles Of hanuman mohini mantra

The Basic Principles Of hanuman mohini mantra

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maanyataa hai ki is Mantra kaa jaap karane se bhagavaan hanumaan prasann hote hain, ve apane bhakton ko sukh evn samriddhi pradaan karate hain. Saath hee apane bhakton kee manokaamanaa_on kee purti karate hain aur dukhon ko dur karate hain. Vigyaapan

ॐ शान्ताय नम:। ॐ मारुतात्मजाय नमः। ऊं हं हनुमते नम:।

पुरा दुर्वाससा दत्तं मोहिन्यै गन्धमादने ॥ ११॥

Mantras will be the exceptional frequencies which are perpetually present in mother nature,the complete atmosphere is filled with sound vibrations. The vibrations effect everything in character such as the Bodily and psychological construction of human beings.

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय पच्चमुखाय उत्तरमुखे आदिवराहाय सकलसम्पत्कराय रामदूताय स्वाहा।

सर्व कार्य-सिद्धि जंजीरा मंत्र

जय जय सिताराम, जय जय बजरंग बली, नम: पार्वती पते हर हर महादेव

एक बार जब आप इस मंत्र को सिद्ध कर लेंगे तब जब कभी भी जरूरत पड़े या जिस किसी के ऊपर से भी प्रेत बाधा हटाने हो तब इस हनुमान मंत्र का एक बार उच्चारण करते हुए उसके ऊपर से मोर के पंख से एक बार झाड़ दें और उसके बाद एक गिलास पानी में इस मंत्र को पढ़ते हुए एक बार फूंक मारकर उसे पिला दे ऐसा करने से बड़े से बड़ा जादू टोना, काला जादू या प्रेत बाधा शांत हो जाएगी और वह व्यक्ति खुशहाल जिंदगी जी सकेगा।

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ये वही अष्टसिद्धियां और नव निधियां हैं जो read more कलयुग में हनुमान जी के भक्तो के कल्याण का काम करती हैं

लाभ – गम्भीर संकट और शत्रुओं से मुक्ति पाने के लिए, अपने आस- पास और जीवन की नकारात्मक शक्तियों को दूर करने, के लिए इस हनुमान मंत्र का जाप करें.

3] Just after attaining Siddhi around this Mantra, to utilize the Mantra You will need to do Dhyan of that individual and chant the Mantra or maintain a picture of the individual, in-front of you and chant the Mantra

बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवनकुमार।

स्तोत्रमेतन्महापुण्यं कामी भक्त्या यदा पठेत् ।

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